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छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा, हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है। जिसे भारत के पूर्वी हिस्सों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। छठ पर्व मुख्य रूप से सूर्य देव की उपासना का पर्व है। मान्यताओं के अनुसार, छठी मैय्या सूर्य देव की बहन हैं। और छठ पूजा में सूर्य देव की पूजा करने से छठी मैय्या प्रसन्न होती है। और घर-परिवार में सुख-शान्ति का आशीर्वाद देती हैं।
एक साल में छठ पूजा का पर्व दो बार मनाया जाता है। चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी और कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी इन दोनों ही दिनों में छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। चैत्र की छठ को चैती छठ कहते हैं। जबकि कार्तिक की छठ को डाला छठ, सूर्य षष्ठी पूजा भी कहा जाता है। दोनों ही छठ पूजा का अपना-अपना महत्व है।
चैती छठ पूजा
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक चैती छठ पूजा मनाई जाती है। कार्तिक छठ की तरह चैती छठ में भी चार दिनों तक मनाई जाती है। जिसमे नहाय-खाय, लोहंडा / खरना, संध्या घाट और भोरवा घाट शामिल हैं। चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व को चैती छठ, चैत्र छठ, छठ पर्व, छठी माई पूजा, आदि नामों से भी जाना जाता है।
चैती छठ कब मनाई जाती है?
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हिन्दू नववर्ष के पहले महीने चैत्र के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पर्व मनाया जाता है इसलिए इसे चैती छठ कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से यह मार्च-अप्रैल महीने में मनाई जाती है। यह पर्व होली के कुछ दिन बाद भारत के पूर्वी राज्यों में बड़े धूम धाम से मनाई जाती है। खासतौर पर यूपी, बिहार, झारखंड और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में।
क्यों मनाई जाती है चैती छठ?
छठ पूजा का महापर्व सूर्य देव की उपासना के लिए मनाया जाता है ताकि परिवार को सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। संतान सुख और संतान के सुखद भविष्य के लिए भी चैती छठ का व्रत रखा जाता है। कहा जाता है, इस व्रत के प्रभाव से निसंतानों को संतान प्राप्त होती है। मनचाही मनोकामना पूर्ति के लिए भी छठ माई का व्रत रखा जाता है।
चैती छठ 2019
2019 में चैती छठ 9 अप्रैल 2019 से 12 अप्रैल 2019 तक मनाई जाएगी।
चैती छठ पूजा का पूर्व विवरण नीचे तालिका में दिया गया है।
चैती छठ पूजा 2019 – Chaiti Chhath 2019
तारीख | दिन | पर्व | तिथि |
09 अप्रैल 2019 | मंगलवार | नहाय-खाय | चतुर्थी |
10 अप्रैल 2019 | बुधवार | लोहंडा और खरना | पंचमी |
11 अप्रैल 2019 | गुरुवार | संध्या अर्ध्य | षष्ठी |
12 अप्रैल 2019 | शुक्रवार | उषा अर्घ्य, पारण का दिन | सप्तमी |
छठ 2019 की मुख्य तारीख
चैती छठ पर्व के दौरान सुहागिन सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पुत्र और परिवारजनों की खुशहाली के लिए उपवास रखती हैं। यह महापर्व चार दिनों तक मनाया जाता है जिसमे नहाय खाय, लोहंडा या खरना, संध्या अर्ध्य और उषा अर्ध्य मनाते हैं। छठ व्रती चार दिनों का कठिन व्रत सम्पूर्ण करने के बाद उषा अर्घ्य वाले दिन पारण करती हैं। एक दूसरे के घर प्रसाद का आदान-प्रदान करके व्रत संपन्न करते हैं। यह व्रत 36 घंटे से भी अधिक समय के बाद समाप्त होता है।
- पहला दिन : नहाय-खाय – 09 अप्रैल 2019
- चैती छठ का दूसरा दिन : लोहंडा या खरना – 10 अप्रैल 2019
- तीसरा दिन : पहला अर्घ्य (सायंकाल अर्घदान) – 11 अप्रैल 2019
- चैती छठ का चौथा दिन : सुबह का अर्घ्य (प्रातःकालीन अर्घदान) – 12 अप्रैल 2019